कभी प्रभु का नाम जपते जपते बेवजह आँखों में आँसूं आ जाए तो समझ लेना सन्देश पहुँच गया |
आँखों से टपके आँसू जा गिरे मीठे बाबा के दरबार में जिसे देखकर मीठे बाबा बोले , ये कोन डूबा मेरे प्यार में | बाँहों में भर कर मीठे बाबा बोले,मेरे राज दुलारे सदा रहना मेरी पनाह में | और बसना मेरी निग़ाह में | Bk Shivani
दोस्ती तो वो है... जो बारिश मे भीगे चेहरे पर भी, गिरे हुये आँसू पहचान लेती है |