अज्ञानता अंधेरी रात है, जिस में न चांद आता है न सितारे। Mahatma vidur
तेरी गलियों की खाक में सितारे हैं। सच बताओ कि गैरों, के या हमारे हैं।
जगमग जगमग चाँद सितारे, हम सब देवी लक्ष्मी के चरण पखारे, व्यापारी के भाग सवारे, धन तेरस के बजे नगाड़े। Happy Dhanteras
तारे आसमान में ही चमकते हैं, बादल इतने दूर है, फिर भी बरसते हैं, हम भी कितने अजीब हैं तुम दिल में, रहते हो, और हम तुमसे मिलने को तरसते हैं | happy propse day
जरूर तूमको किसी ने दिल ❤️ से पुकारा होगा, एक बार तो चाँद ने कभी तुमको निहारा होगा, मायूस हुए होंगे सितारे भी उस दिन, खुदाने जब जमीन पर तुमको उतारा होगा… 🎂जन्मदिन मुबारक हो…🎂