बड़े ही चुपके से भेजा था, मेरे महबूब ने मुझे एक गुलाब, कम्बख्त उसकी खुशबू ने, सारे शहर में हंगामा कर दिया |
'खुबिया इतनी तो नहीं किसी का दिल जीत सके लेकिन कुछ पल ऐसे छोड़ जायेगे भूलना भी आसान न होगा । '
बस यू ही मेरे मुस्कराने की, तुम वजह बने रहना, जिंदगी में न सही, मगर मेरी जिंदगी बने रहना |
अगर तू समझता है, फिजूल मुझे, तो कर हिम्मत, और फिर भूल मुझे |