शरीर सुन्दर हो या ना हो, उससे फर्क नहीं पड़ता | लेकिन शब्दों को जरूर सुंदर होना चाहिए , क्योंकि लोग चेहरे को भूल जाते है , लेकिन शब्दों को नहीं भूलते |
सुंदर मुख अपनी मौन प्रशंसा, करवा लेता है।
यदि मनुष्य का चरित्र सुंदर हो, तो घर में शांति आती है। A . P . J . Abdul Kalam
यदि मनुष्य के हृदय में धर्म, हो तो मनुष्य का चरित्र, सुंदर हो जाता है। A . P . J . Abdul Kalam
सुंदर ह्रदय संसार की समस्त, संपत्ति से ज्यादा मूल्यवान है। William Shakespeare