सत्य कभी दावा नहीं, करता की मैं सत्य हूँ, लेकिन झूठ हमेशा, दावा करता है, की मैं ही सत्य हूँ |
'सत्य एक डेबिट कार्ड है – पहले कीमत चुकाएं और बाद में आनंद लें। झूठ एक क्रेडिट कार्ड है- पहले आनंद लें और बाद में कीमत चुकाएं। BK SHIVANI'