सुंदरता

सुंदरता

शरीर में कोई सुंदरता नहीं
होती है ,सुन्दर होते है तो,
केवल मनुष्य के कर्म ,विचार ,
वाणी ,व्यवहार ,संस्कार
और उसका चरित्र |

कर्म

कर्म

दुआ या बद्दुआ किसी के बोलने
से नहीं किन्तु खुद के व्यवहार
और कर्म से मिलती है इसलिए
हमारा व्यवहार और
कर्म सदा सुखदाई
हो तो दुआए स्वत: मिलती रहेगी |

Bk Shivani