ये रिमझिम बरसात, ये हसीन मौसम, और ये महकती हवाये लगता है आज मोहब्बत ने , फिर किसी का साथ दिया है |
ए-हसीन मेरा गुलाब कबूल कर, हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते हैं, अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको, हम अपने इश्क़ का इज़हार करते हैं | "happy rose day "
ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए…., अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये