रिमझिम

रिमझिम

ये रिमझिम बरसात,
ये हसीन मौसम,
और ये महकती हवाये
लगता है आज मोहब्बत ने ,
फिर किसी का साथ दिया है |

ए-हसीन

ए-हसीन

ए-हसीन मेरा गुलाब कबूल कर,
हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते हैं,
अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको,
हम अपने इश्क़ का इज़हार करते हैं |
"happy rose day "

ज़िन्दगी की हर शाम.......

ज़िन्दगी की हर शाम.......

ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए….,
अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये