इंसानियत

इंसानियत

व्यवहार घर का शुभ कलश है,
और इंसानियत घर की तिजोरी,
मधुर वाणी घर की दौलत है,
और शांति घर की महालक्ष्मी |

ब्रह्माकुमारी

ब्रह्माकुमारी

जब मैंने पहली बार सुना तो,
इस बात को Reject कर दिया की,
ब्रह्माकुमारी में परमात्मा खुद
डायरेक्ट पढ़ाने आते है ,
ऐसे कैसे भगवान खुद पढ़ाने आ सकते है ,
वो भी सिर्फ इनके लिए क्योंकि,
भगवान तो सबके होते है ना |
लेकिन ऐसा होता है ,
यहाँ भगवान खुद पढ़ाने आते है |
लेकिन ये बात ही ऐसी है जिसे
प्रूव नहीं कर सकते , क्योंकि भगवान तो
दिखते नहीं अगर दिखे तो हम उन्हें
पहचान नहीं सकते , जिसे केवल ब्रह्मा कुमारी में
जाकर पढ़कर और सुनकर ही प्रूव
किया जा सकता है| क्योंकि किसी भी चीज़ को किसी और के
कहने से स्वीकार नहीं किया जा
सकता है ,केवल उस चीज़ को व्यवहार में
लाने पर ही उस चीज़ का ज्ञान होता है

Bk Shivani

ब्रह्माकुमारी

ब्रह्माकुमारी

जब में मेरे माता पिता को
ब्रह्माकुमारी में आता देखती
थी तो उनका जो व्यवहार था
वो मुझे भा गया |
एक यह कारण भी था की
मेने ब्रह्माकुमारी को जानने
की जिज्ञासा जगायी और
अध्यात्म की दुनिया को पाया |

Bk Shivani

सुंदरता

सुंदरता

शरीर में कोई सुंदरता नहीं
होती है ,सुन्दर होते है तो,
केवल मनुष्य के कर्म ,विचार ,
वाणी ,व्यवहार ,संस्कार
और उसका चरित्र |

भावनाएं

भावनाएं

पानी की अपनी याददाश्त है आप इसके साथ,
कैसे पेश आते हैं किस तरह के विचार और,
भावनाएं पैदा करते हैं उसी के अनुसार वो,
आपके शरीर में व्यवहार करता है।

मुहर्रम

मुहर्रम

सभी लोग महान व्यक्ति हैं हमें,
केवल उनके व्यवहार पर गौर,
करना है इस पर नहीं कि वे,
कौन हैं या वे कहाँ से हैं,
इसलिए यह मुहर्रम बाधाओं,
को दूर करता है और एक,
साथ ख़ुशी मुहर्रम मनाता है |
HAPPY MUHARRAM