गुलाब से पूछो कि दर्द क्या होता है, देता है पैगाम मोहब्बत का और, खुद काँटों में रहता है | Happy Rose Day
फूल गुलाब का भेज रहे है, आपके लिए लबों से छूकर जान, इसमें डाल दीजिए | Happy Rose Day
गुलाब जैसी हो, गुलाब लगती हो, हल्का सा जो मुस्कुरा दो, तो लाजवाब लगती हो | Happy Rose Day
काँटों से घिरा रहता है, फिर भी गुलाब खिला, रहता है | Happy Rose Day
'तुम वो हो जिसे मै, पाना चाहता हुँ तुम्हे, जिस्म से नहीं रूह, से अपना बनाना, चाहता हूँ | Happy Rose Day '
जसको पा ना साके वो, जनाब हो आप मेरी ज़िन्दगी का पेहला, ख्वाब हो आप लोग चाहे कुछ भी काहे लेकिन मात्र लिए सुंदर, सा गुलाब हो आप | Happy Rose Day
R- Rare O- Ones S- Supporting E- Entire life Happy Rose Day
मैं तोहफा बनकर पहुँच जाता हूँ जहाँ, मुझे देख मुस्कुरा देता है, सारा जहां | Happy Rose Day
होठों जैसे पंखुड़ियाँ मेरी, कोमल काँटों से बच के ज़रा, कहीं हो न जाओ घायल | Happy Rose Day
आशिक़ों के महबूब के, पैरो की धूल हूँ, हाँ मैं एक लाल गुलाब, का फूल हूँ | Happy Rose Day
“मेरे होंटों पर ख़ामोशी है बहुत, इन गुलाबों पे तितलियाँ रख दे |” Happy Rose Day
न्याय हमेशा समानता, के विचार को पैदा, करता है। B. R. Ambedkar
आपको दुखी करने वाली एकमात्र चीज़ आपके अपने विचार है ,उन्हें बदले | Bk Shivani
9 सुविचार 9 minute के लिए रात 9 बजे - 1 . में पवित्र आत्मा हूँ | 2 . में शक्तिशाली आत्मा हूँ | 3 .में सुखस्वरूप आत्मा हूँ | 4 . में निर्भय आत्मा हूँ | 5 . में सुरक्षित हूँ | 6 .मेरा शरीर निरोगी है | 7 . परमात्मा की शक्तियाँ हरेक को मिल रही है | 8 . परमात्मा की शक्तियाँ हमारे देश और पृथ्वी को सुरक्षित रख रही है | 9 . परमात्मा सदैव मेरे साथ है | Bk Shivani
आग में रबर डालने से बदबू आती है और चन्दन डालने से खुशबु , जरा सोचिये हमारे मन के हवन कुंड में हम रोज़ क्या डालते है – सुविचार या कुविचार |
कोरोना वायरस से अपनी संभाल रखे,अपने मन में अच्छे विचार करे | परमात्मा की शक्ति से शरीर को पवित्रता की शक्तियों से भरे , तो हमारे मन तन पर कोई वायरस काम नहीं कर पायेगा | -Bk Shivani
शरीर में कोई सुंदरता नहीं होती है ,सुन्दर होते है तो, केवल मनुष्य के कर्म ,विचार , वाणी ,व्यवहार ,संस्कार और उसका चरित्र |
दिमाग वास्तविक और काल्पनिक के बीच अंतर नहीं करता इसलिए अंत:करण में अच्छे विचार लाये | Bk Shivani
उपवास हमेशा अन्न का ही क्यों , कभी लालच ,निंदा ,लोभ क्रोध , काम ,झूठ ,लोभ और कुविचार का भी करना चाहिए | Bk Shivani
कोरोना वायरस से बचने के लिए जिस तरह हम अपने हाथ बार-बार धोते है ,और अपना ध्यान रखते हे ,उसी प्रकार हमे अपने मन को भी सुन्दर विचारो की मदद से साफ़ रखना हे | Bk Shivani
हमारे काम करते वक़्त जो भी, विचार हमारे मन मैं आते है, उन्ही पर उसका परिणाम , निर्भर करता है | Bk Shivani
विचारो को केवल पढ़कर छोड़ देने से जीवन मैं बदलाव नहीं आता | विचार तभी बदलाव लाते है ,जब उन्हे जीवन मैं उतारा जाता है | Bk Shivani
धर्म उस आग की जो प्रत्येक मनुष्य के, अंदर जलती है ज्वाला को प्रज्वलित, करने में सहायता करता है। Sarvepalli Radhakrishnan
धर्म की शक्ति अनेक जीवन की शक्ति है, धर्म की दृष्टि ही जीवन की दृष्टि है। Sarvepalli Radhakrishnan
अहंकार में आदमी फूल सकता है, फल नहीं सकता। Premchand
जब कोई बात हमारी आशा के, विरुद्ध हो तभी दुख होता है। Premchand
आशा तो बड़ी चीज है और फिर बच्चों की, आशा उनकी कल्पना तो राई को, पर्वत बना देती है। Premchand
आशा ही संसार की, संचालन शक्ति है। Premchand
दूसरे की स्त्री से अनुचित संबंध, से बड़ा पाप दूसरा कोई नहीं है। Premchand
जब हम कोई कार्य करने की इच्छा, करते हैं, तो शक्ति अपने आप, ही आ जाती है। Premachand
जीवन के लिए खाना और सोना जरूरी है, लेकिन जीवन कार्य और लगन, से सफल होता है। Premchand
जहां नम्रता से काम हो जाए वहां, उग्रता नहीं दिखानी चाहिए। Premchand
जब कोई बुरी घटना घटने वाली होती है, तो उसके पहले बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। Premchand
घर का प्रेम नारी, का जीवन है। Premchand
कन्यादान ने करने वाले का, जन्म व्यर्थ चला जाता है। Premchand
जिस घर में कोई नहीं रहता उसमें, चमगादड़ बसेरा कर लेते हैं। Premchand
जिसमें दया नहीं, धर्म नहीं ,निज भाषा से, प्रेम नहीं ,चरित्र नहीं ,आत्म बल नहीं है, वह भी कोई आदमी है | Premchand
स्वभाव सबका अलग अलग होता है, ना किसी के बनाने से बनता है, ना बिगाड़ने से बिगड़ता है। Premachand
मनुष्य के स्वभाव पर उसका, भविष्य निर्भर करता है। Premachand
दया व्यक्ति का, स्वाभाविक गुण है। Premchand
कोई व्यक्ति अचानक स्वभाव, के विपरीत आचरण करें, तब शंका कीजिए। Premchand
स्वभाव व्यक्ति को जन्म से मिलता है, और शिक्षा तथा संगति से उसे, सुधारा जा सकता है। Premchand
अपनी प्रशंसा सुनकर हम इतने मतवाले हो, जाते हैं कि फिर हममें विवेक की शक्ति भी, लुप्त हो जाती है बड़े से बड़ा महात्मा भी, अपनी प्रशंसा सुनकर फूल उठता है। Premchand
संसार में सबसे बड़ा अधिकार सेवा, और समर्पण से प्राप्त होता है। Premchand
अच्छा या बुरा कुछ नहीं है, केवल विचार ही किसी वस्तु को, अच्छा या बुरा बनाते है। William Shakespeare
मृत्यु तो भगवान का आमंत्रण है, जब वह आए तो द्वार खोलकर उसका स्वागत करो और, चरणों में ह्रदयधन सौंपकर अभिवादन करो। Rabindranath Tagore
अनुभव, अनमोल कसौटी है। Rabindranath Tagore
मनुष्य जिस समय पशु के समान, आचरण करता है उसी समय वह, पशुओं से भी नीचे गिर जाता है। Rabindranath Tagore
जो मन के कष्ट को स्पष्ट, रूप से नहीं कह सकता गुस्सा, उसी को ही आता है। Rabindranath Tagore
ब्रह्म के स्वरूप का प्यार जिन्होंने, पा लिया है उन्हें फिर किसी काल, में भी डर नहीं लगता। Rabindranath Tagore