बेवजह

बेवजह

कभी प्रभु का नाम जपते जपते
बेवजह आँखों में आँसूं
आ जाए तो समझ लेना
सन्देश पहुँच गया |

धर्म

धर्म

धर्म की सबसे सरल व्याख्या यह है,
कि कभी भी किसी की भी आत्मा
को हमारी वजह से दुख ना हो।
यही धर्म की सबसे सरल व्याख्या है।

Bk Shivani

बेवजह

बेवजह

कौन होता है दोस्त? दोस्त वो जो
बिन बुलाये आये, बेवजह सर खाए,
जेब खाली करवाए, कभी सताए,
कभी रुलाये, मगर हमेशा साथ निभाए |

पढाई

पढाई

जब तुमको देखा था तो ,
खुद से वादा किया था ,
चाहे जो हो जाए ,
तुम्हारी वजह से पढाई ,
बर्बाद नहीं होने दूँगा |

मुस्कराने

मुस्कराने

बस यू ही मेरे मुस्कराने की, 
तुम वजह बने रहना,
जिंदगी में न सही,
मगर मेरी जिंदगी बने रहना |