गुलाब भेजा था उसने, आखिरी खत के साथ, कमबख़्त गुलाब की खुशबु ने, खत पढ़ने ही नहीं दिया | happy rose day
खोली आज किताब तो, वो इश्क़ वाला गुलाब मिला , सूखे ओर बिखरे है पत्ते , लेकिन यादे आज भी जिंदा है | happy rose day
काँटो से नाराजगी कैसी जब प्यार गुलाब से है | रोज़ डे मुबारक हो…
तेरे सिवा किसी ओर को चाहा नहीं मैंने सूख गया तेरा दिया हुआ गुलाब, मगर फैका नहीं मैंने | HAPPY ROSE DAY
किसने कहा पगली तुझसे कि , हम तेरी खूबसूरती पर मरते है, हम तो तेरी गुलाबी आँखों पर मरते है, जिस अदा से तू हमे देखती है I रोज़ डे मुबारक हो…
आप मिलते नही रोज़ रोज़, आपकी याद आती है हर रोज़, हमने भेजा है Red रोज़, जो आपको… हमारी याद दिलायेगा हर रोज़ … हेप्पी रोज़ डे, रोज़ डे मुबारक हो…