दिखावे की मोहब्बत से, दूर रहता हूँ मैं, इसलिए भोले के नशे मे, चूर रहता हू मैं, शुभ महाशिवरात्रि |
गुलाब से पूछो कि, दर्द क्या होता है, देता है पैगाम मोहब्बत का, और खुद कांटो में रहता है |