बरसात में किसी की याद, का दर्द पूछना है, तो मेरी आंखों से पूछो।
बरसात आज आई तो , याद आया वो जमाना, तेरा वो छत पे खड़े रहना, और मेरा सडको पे नहाना |
तुमको बरसात पसंद है… मुझे बरसात में तुम, तुमको मुस्कुराना पसंद है… मुझे मुस्कुराते हुए तुम, तुमको बातें करना पसंद है… मुझे बातें करते हुए तुम, तुमको सब कुछ पसंद है… और मुझे बस तुम |
बारिश की बूंदो से बना हुआ , छोटा सा समुंदर , लहरों से भीगती छोटी सी बस्ती, चलो ढूंढे बरसात में दोस्ती की कुछ यादें, हाथ में लेकर एक कागज़ की कश्ती |
ये बारिश आज मुझसे कुछ कह गयी, आज फिर हमारी बाहों में, उनकी कमी रह गयी, एक पल के लिए उसे छुआ मैंने, और आज फिर उसकी , याद बरसात में पानी की तरह बह गयी |
बिन सावन बरसात नहीं होती, सूरज डूबे बिन रात नहीं होती, अब ऐसी आदत हो गई है की, आपको विश किये बिन किसी, त्यौहार की शुरुवात नहीं होती |
'''काश आप जिनको चाहते हो उनसे मुलाकात हो जाये, ज़ुबान से न सही आँखों से बात हो जाये, आप का हाथ उनके हाथ में हो, और रिमझिम सी बरसात हो जाये…'''