बाज़ार

बाज़ार

घर के बाहर दिमाग लेकर
जाये क्योंकि दुनिया एक
बाज़ार है लेकिन घर के
अंदर सिर्फ दिल लेकर जाये
क्योंकि वहाँ एक परिवार है |

Bk Shivani

मंदिर

मंदिर

घर में मंदिर नहीं ,घर को
ही मंदिर बना लीजिए ।

साजिशों

साजिशों

जिस शख्स का घर
बसाया था कभी मैंने |
उसी की साजिशों ने मुझे
घर से बेघर कर दिया |

मुबारक

मुबारक

मुबारक हो तुम्हें ये त्योहार ,
जहाँ ना कोई दावत है ,
ना कोई आवत है ,
सब घर पर ही मनावत है ,
ये गर्मी का त्योहार ऐसे ही डरावत है |

फ्रिज

फ्रिज

हम रह नहीं सकते बिन तुम्हारे ,
लगता है ऐसा बिन तुम्हारे ,
जैसे गर्मियों मे फ्रिज,
नहीं हो घर हमारे |

सितारों के आँगन में हो घर तेरा,

सितारों के आँगन में हो घर तेरा,

फूलों की वादियों में हो बसेरा तेरा,
सितारों के आँगन में हो घर तेरा,
दुआ है एक दोस्त की एक दोस्त को,
कि तुझसे भी खूबसूरत हो सवेरा तेरा,
| सुप्रभात |