पानी की जगह गम के, आंसू पीता हूं। तेरे प्यार की खातिर बाप के, डंडे खाता हूं।
मुझे गम नहीं की रूठ गया , हर अपना बेगाना | की ज़िंदगी हो तुम , तुम न रूठ जाना |
कहाँ खो गए तुम मुझसे जुदा होकर | दर -ब -दर भटक रहा हूँ , गम मैं फना होकर |
हमने तुमको दिल दिया हम क्या करें, जाने वाली चीज का गम क्या करें |
गम ये नहीं की हम जुदा हो गए | गम ये है की प्यार मेरा रुसवा हो गया |
मुझे इसका गम नहीं की उसने फेर ली आंखे | अफसोस ये है की उसने भी , मुजरिम समझा लिया |
दिल से मेरी दुआ है कि खुश रहो तुम, मिले न कोई गम जहाँ भी रहो तुम, समंदर की तरह दिल है गहरा तुम्हारा, सदा खुशियों से भरा रहे दामन तुम्हारा, जन्मदिन मुबारक हो।
हम आपके दिल में रहते हैं, इसलिए हर गम सहते हैं , हैप्पी लोहरी |