दीदी के कपड़े

दीदी के कपड़े

शिला ने जीजाजी को कपड़े धोते हुए देखा। चौककर
बोली
अरे -ये क्या जीजाजी,आप दीदी के कपड़े धो रहे
है
तो क्या हुआ। .... ? आत्माराम संकोच मे डूबकर
बोले -वो मेरे साथ रोटियां भी तो पकवा लेती है

तलाक

तलाक

जज -आप दोनों के घरेलू झंझट को देखते हुए मै
आपको सुझाव दूंगा की आप अपने पति को तलाक दे
दे

औरत -क्या कहा ?तलाक ? मैने उसके साथ जिंदगी
के किये हैं और आप चाहते हैं की वह
शेष जीवन सुख से जिय "असभव है

 खबर

खबर

ससुर: अरे दामाद जी,
तूफान की क्या खबर है?
दामाद: कूलर के आगे सो रही है,
 कहिए तो बात करा दूं । 

मुश्किल

मुश्किल

झूठ बोलने के बाद सबसे
मुश्किल काम ये होता है की
हमे झूठ हमेशा
याद रखने पड़ते है |

Bk Shivani

आईसक्रीम

आईसक्रीम

अपनी हर सुबह की
शुरुआत “आईसक्रीम” से
कीजिये .....
“आ” - आत्मविश्वास ,
“ई” - ईच्छाशक्ति ,
“स”- सकारात्मक दृष्टिकोण,
“क्री”-क्रियाशीलता ,
“म”- महत्वाकांक्षा |

Bk Shivani

धर्म

धर्म

ना जानते हुए भी हम सब ,
एक ही धर्म के उपासक हैं।

Waltere

बुराई

बुराई

जो दूसरों की बुराई करते हैं ,
वे खुद निंदित होते हैं।

Rigved

पसंदीदा

पसंदीदा

मेरी इच्छा है कि आपके जीवन,
का प्रत्येक दिन आपके पसंदीदा,
चॉकलेट की तरह ही मीठा रहे,
चॉकलेट डे पर बहुत सारा,
प्यार और खुशी |

अटूट प्यार

अटूट प्यार

भाई बहन सदा रहे पास,
दोनों में अटूट प्यार रहे,
भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएँ | 

आदत

आदत

पत्नी (गुस्से में ): मैं घर छोड़ कर जा रही हूँ,
पति (गुस्से में ): हाँ जान छोड़ो अब,
पत्नी : बस आपकी यही जान कहने की,
आदत ना हमेशा मुझे रोक लेती है |

बुद्धिमान

बुद्धिमान

मूर्ख दूसरों पर,
हँसते हैं बुद्धिमान,
खुद पर |
OSHO

अपनाइए

अपनाइए

कोई चुनाव मत करिए जीवन,
को ऐसे अपनाइए जैसे,
वो अपनी समग्रता में है |
OSHO

असहमति

असहमति

अगर आप सच देखना,
चाहते हैं तो ना,
सहमती और ना,
असहमति में राय रखिये |
OSHO

प्रेम

प्रेम

केवल वो लोग जो कुछ भी,
नहीं बनने के लिए तैयार हैं,
प्रेम कर सकते हैं |
OSHO

मुस्कान

मुस्कान

है रौशनी का त्यौहार लाये हर चेहरे पर मुस्कान,
सुख और समृधि की बहार समेट लो सारी,
खुशियाँ अपनों का साथ और प्यार |
“शुभ दीवाली”

ठंड,

ठंड,

सभी दोस्तो से एक request है,
कि ठंड मे मत पियो
वरना कही पी के कही,
पड़े रह गये तो,
लोग होश मे लाने के लिए,
एक बालटी पानी डाल के,
नहला देगे भाई |
happy winter

ठंडी,

ठंडी,

आज का विचार,
इंसान को जितनी चादर हो उतने,
ही पैर पसारने चाहिए नहीं,
तो ठंडी लगती है भाई |
happy winter

कस्मकस,

कस्मकस,

अर्ज किया है सारी सारी,
रात गुजर जाती है बस इसी,
कस्मकस में की ये साली रजाई,
में हवा किधर से घुस रही है |
happy winter

मूँगफली,

मूँगफली,

फूलों की सुगंध मूँगफली की बहार,
सर्दी का मौसम आने को तैयार,
रजाई,स्वेटर रखो तैयार हैप्पी,
सर्दी का मौसम मेरे यार |

कीस्मत,

कीस्मत,

जिंदगी कीस्मत से चलती,
है दीमाग से चलती तो,
बीरबल बादशाह,
होता |

आईने,

आईने,

आज आईने के सामने खड़े हो,
कर खुद से माफ़ी माफ़ी ली मैंने,
सब से ज्यादा खुद का ही दिल,
दुखाया है दूसरों को खुश करने में।

फ़रिश्ते,

फ़रिश्ते,

किसी से जुदा होना अगर,
इतना आसान होता,
तो जिस्म से रूह को लेने,
कभी भी फ़रिश्ते ना आते।

हिम्मत,

हिम्मत,

बड़ी हिम्मत दी है उसकी जुदाई ने,
ना ही किसी को खोने का डर है,
आज ना ही किसी को,
पाने की चाह है।

विद्यार्थी

विद्यार्थी

किसी विद्यार्थी की सबसे ज़रूरी ,
विशेषताओं में से एक है ,
प्रश्न पूछना।
विद्यार्थियों को प्रश्न पूछने दीजिये।

A . P . J . Abdul Kalam

जानेमन,

जानेमन,

संता शराब पीकर नंबर dial,
करता है तभी लड़की,
की आवाज़ आती है Call करने,
के लिए आपके,
पास पर्याप्त Balance नहीं है ,
कृपया recharge करवाएँ,
संता बस जानेमन तुमसे बात हो,
जाती है ये ही काफी है मेरे लिए |

बुखार,

बुखार,

'संता डॉक्टर साहब 2 साल,
पहले मुझे बुखार आया था,
डॉक्टर तो अब क्या,
संता आपने नहाने को मना,
किया था आज इधर से गुजर रहा,
था तो सोचा कि पूछता चलू,
अब नहा लूँ क्या |
'

ख्याल,

ख्याल,

छुपकर मेरी नज़र से,
गुज़र जाईये मगर,
बचकर मेरे ख्याल,
से किधर जाईयेगा |

चमकते,

चमकते,

आप की ज़िन्दगी फूलो की,
तरह खिलते रहे,
सूरज की तरह चमकते रहे,
और आप सारा दिन हँसते रहो |
good morning

इच्छाओं,

इच्छाओं,

उठो उन सभी इच्छाओं,
से मुक्‍त हो जाओ,
जो तुम्हरी प्रगति रोकत,
  हैं और अपने उद्देश्य,
की तरफ बढ़ो | 
“सुप्रभात”

 ममता

ममता

जहाँ मैं और मेरा जुड़ जाता है ,
वहाँ  ममता,  प्रेम, करुणा ,
व समर्पण होता हैं I
Baba Ramdev

 लब्ज़-ए-ग़म,

लब्ज़-ए-ग़म,

हर ख्वाहिश हो मंजूर-ए-खुदा मिले हर कदम पर रज़ा-ए-खुदा फ़ना हो लब्ज़-ए-ग़म यही हैं दुआ बरसती रहे सदा रहमत-ए-खुदा
‘’ ईद मुबारक ’’

वो पहले से मूर्ख थे...

वो पहले से मूर्ख थे...

मैं जिन अरबपतियों को जानता हूँ, पैसा बस उनके अन्दर बुनियादी लक्षण लाता है.अगर वो पहले से मूर्ख थे तो अब वो अरबों डौलर के साथ मूर्ख हैं.

भारत का आँचल

भारत का आँचल

आजादी की कभी शाम ना होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे
बची है जो 1 भी बूंद लहू की तब तक
भारत का आँचल नीलाम ना होने देंगे

अंधे के लिए आइना

अंधे के लिए आइना

"पुस्तकें एक मुर्ख आदमी के लिए वैसे ही हैं, जैसे एक अंधे के लिए आइना।" ~ आचार्य चाणक्य