सुगंध

सुगंध

प्रशंसा को वीरता के कार्यों,
की सुगंध ही समझिए | 

Socrates

सुगंध

सुगंध

नाम में कुछ नहीं रखा , यदि आप गुलाब के,
फूल को किसी और नाम से पुकारेंगे तो ,
वो वैसी ही सुगंध देगा जैसी उसकी सुगंध हैं |

William Shakespeare