'जीवन अनुचित नहीं है, जीवन वही है, जिसे आप बनाते है। ( अच्छा या बुरा ) 'Hrithik Roshan
कहते हैं बुरा वक़्त, सबका आता हैं, कोई निखर जाता हैं, कोई बिखर जाता हैं।