छाया

छाया

अज्ञान ही पाप है शेष पाप,
तो उसकी छाया मात्र है।
OSHO

पुण्य

पुण्य

पाप करना नही पड़ता है हो जाता है ,
और पुण्य ,
होता नही है करना पड़ता है I

BK SHIVANI