ये साल की मकर संक्रांत, आपके लिए तिल-गुल जैसी मीठी, और पतंग जैसी ऊँची, उड़ान लाये हैप्पी संक्रांति |
उड़ी वो पतंग और खिल गया दिल, गुड़ की मिठास में देखो मिल गया तिल, चलो आज उमंग-उल्लास में खो जाएं हम लोग, सजाएं थाली और लगाएं अपने भगवान को भोग, हैप्पी मकर संक्रांति |
'तन में मस्ती, मन में उमंग, चलो आकाश में डाले रंग, हो जाये सब संग-संग, उड़ाये पतंग !'