आत्मज्ञान एक समझ है, कि यही सबकुछ है, यही बिलकुल सही है, बस यही है आत्मज्ञान, कोई उप्लाब्धि नही है, यह ये जानना है, कि ना कुछ पाना है, और ना कहीं जाना है | OSHO
शांति ताकत से नहीं, कायम रखी जा सकती, ये केवल समझ से प्राप्त, की जा सकती है | Albert Einstein
क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं.