'जिसे अच्छी बातें करना आ जाता है , वह एक दिन अच्छा बन ही जाता है , इसलिए जितना हो सके , केवल अच्छी बातों का ही लेन–देन करे | Bk Shivani'
कार्य कर लेने के बाद, जिसका एहसास होता है, वह है क्रोध। OSHO
नागिन के दिया ना तोल के दिया, मेरे भोलेनाथ ने जिसे भी दिया, दिल खोल के दिया, शुभ महाशिवरात्रि।