बचपन के दिन भुला ना देना, आज हंसे कल रुला ना देना, इचक दाना -पिचक दाना दाने उपर दाना, कितना प्यारा था बचपन मस्ताना |
बादल चाँद को छुपा सकता है आकाश को नही……. हम सबको भुला सकते है आप को नही…