रिश्ता

रिश्ता

दो पल के गुस्से से प्यार
भरा रिश्ता बिखर जाता है,
और होश जब आता है ,
तो वक्त निकल जाता है।

Bk Shivani

निखर

निखर

जो बाहर कि सुनता है ,
वो बिखर जाता है ,
जो अंदर कि सुनता है ,
वो निखर जाता है ।