अपने अंदर की दुनियाँ को स्वच्छ रखे ,क्योंकि अंदर की दुनियाँ से ही बाहर की दुनियॉ बनती है | Bk Shivani
हम जितना ज्यादा बाहर जायें और दूसरों का भला करें, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा, और परमात्मा उसमे बसेंगे.