कलाकार कुदरत का प्रेमी है, इसलिए वह उसका नौकर भी है, और स्वामी भी है। Rabindranath Tagore
प्रेमिका ने प्रेमी से कहा- अपनी शादी के लिए, तुम मां से मिलकर देखो, प्रेमी बोला- नहीं डियर अब तुम्हारे सिवाए, कोई दूसरी मेरे मन में नहीं बस सकती |