क्रोध और उबलता पानी एक समान है, क्रोधी भलाई नहीं देख पाता और खोलते, जल में परछाई नहीं दिखती। Lord Buddha
बनकर तेरी परछाई तेरा साथ निभाउंगी, तु जहाँ भी जाएगा में वहाँ-वहाँ आऊँगी, साया तो छोड़ जाता है साथ अँधेरे में, लेकिन में अँधेरे में तेरा उजाला बन जाउंगी |