ज़िंदगी

ज़िंदगी

मुझे गम नहीं की रूठ गया ,
हर अपना बेगाना |
की ज़िंदगी हो तुम ,
तुम न रूठ जाना |

मुस्कुराना

मुस्कुराना

तुमको बरसात पसंद है…
मुझे बरसात में तुम,
तुमको मुस्कुराना पसंद है…
मुझे मुस्कुराते हुए तुम,
तुमको बातें करना पसंद है…
मुझे बातें करते हुए तुम,
तुमको सब कुछ पसंद है…
और मुझे बस तुम |


मुस्कान हो तुम इन होठो की...

मुस्कान हो तुम इन होठो की...

'मुस्कान हो तुम इन होठो की,
धड़कन हो तुम इस दिल की,
हसी हो तुम इस चेहरे की,
जान हो तुम इस रूह की!'

पास रहना तुम ......

पास रहना तुम ......

दूर होते हुए भी पास रहना तुम

कितनी भी हो मुस्किले साथ रहना |