किसी की याद मैं है, दुनिया को भूलाए हुए, जमाना गुजरा है, अपना ख्याल आए हुए |
परवाह नहीं चाहे, जमाना कितना, भी खिलाफ हो, चलूँगा उसी राह पर जो, सीधी और साफ हो | “शुभ प्रभात”
'एक बचपन का ज़माना था, होता जब खुशियों का जमाना था, चाहत होती चाँद को पाने की थी, पर दिल तो तितली का दीवाना था I "Happy children's day"