परवाह नहीं चाहे,

परवाह नहीं चाहे,

परवाह नहीं चाहे,
जमाना कितना,
भी खिलाफ हो,
चलूँगा उसी राह पर जो,
सीधी और साफ हो |
“शुभ प्रभात”

खुशियों का जमाना

खुशियों का जमाना

'एक बचपन का ज़माना था,
होता जब खुशियों का जमाना था,
चाहत होती चाँद को पाने की थी,
पर दिल तो तितली का दीवाना था I
"Happy children's day"