दीवाना

दीवाना


बारिश का ये बादल तो ,
बस बरसने मैं ही दीवाना है ,
क्या जाने,
किस राह से बचना है ,
ओर किस छत को भिगोना है |

जमाना

जमाना

बरसात आज आई तो ,
याद आया वो जमाना,
तेरा वो छत पे खड़े रहना,
और मेरा सडको पे नहाना |