बाहों के दरमियाँ, अब दूरी न रहे.. सीने से लगा लो, कोई चाहत अधूरी न रहे.. Happy Hug Day
किसी के जख्म पर चाहत की पट्टी कौन बांधेगा अगर बहन नहीं होगी तो राखी कौन बांधेगा|