तरक़ीब

तरक़ीब

कुछ उदास उदास से लगते हो ,
कोई तरक़ीब बताओ मनाने की ,
मैं मरके भी कीमत चुकाऊंगा ,
तुम कीमत बताओ मुस्कुराने की |


आनंद

आनंद

'सत्य एक डेबिट कार्ड है –
पहले कीमत चुकाएं और बाद में आनंद लें। 
झूठ एक क्रेडिट कार्ड है-
पहले आनंद लें और बाद में कीमत चुकाएं।
BK SHIVANI'