माशूक

माशूक

इश्क बाजी वह करें जो,
जान की बाजी करें |
खुद को राजी करें और,
माशूक को भूखा मारे।

साल

साल

हुए बदनाम मगर फिर भी,
न सुधर पाए हम,
फिर वही शायरी फिर वही इश्क,
फिर वही तुम फिर वही साल |
Happy new year
2020