हज़ारों

हज़ारों

चंदा ने पूछा तारों से तारों ने,
पूछा हज़ारों से सबसे प्यारा कौन है,
पापा मेरे पापा |

तेरे हज़ारों रूप

तेरे हज़ारों रूप

तेरी हजारों आँखें हैं,
और फिर भी एक,
आंख भी नहीं,
तेरे हज़ारों रूप हैं,
फिर भी एक रूप भी नहीं |

Guru Nanak