जमाना

जमाना

बरसात आज आई तो ,
याद आया वो जमाना,
तेरा वो छत पे खड़े रहना,
और मेरा सडको पे नहाना |

रोज़

रोज़

गर्मियों को करना है hello,
ओर सर्दियों को करना है bye,
चाहे कितना भी बच लो ,
पर अब तो रोज़ नहाना पड़ेगा मेरे भाई।

इम्तिहान,

इम्तिहान,

बड़ी सख्त इम्तिहान,
की घड़ी होती हैं,
सुबह-सुबह ठंड में,
नहाना बात बड़ी होती हैं |
happy winter

हमारा फर्ज था

हमारा फर्ज था

हमें अपना समझो या बैगाना,
आपसे याराना है वर्षो पुराना,
जानते हैं हम आप की एक एक हरकतो को ..
इसलिये हमारा फर्ज था आपको बताना,
भाई गर्मी शुरु हो गयी है ,
प्लीज रोज अब तो नहाना…I
Happy Summer