अपनी हार पर इतना, शकून था मुझे, जब उसने गले लगाया, जीतने के बाद।
उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना, गया उसकी आदत सी थी इसलिए, रहा न गया आज भी रोती हूं उसे दूर, ,देख के लेकिन दर्द देने वाले से यह, कहा ना गया |